Sunday, July 6, 2008

मोनाल

'paharimonal.blogspot.com' में आप सभी भाइयों का स्वागत है.
भाइयों इस ब्लॉग के बारे में भी आपको थोड़ा बताता चलूं कि मैंने अपने ब्लॉग का नाम "पहाड़ीमोनाल" क्यों रखा और यह मोनाल क्या है चीज है। चूंकि मैं पहाड़ (उत्तरांचल) का रहने वाला हूं और यह मोनाल उत्तरांचल का राज्य पक्षी है. इसी प्रयास के साथ थोड़ा जानें मोनाल के बारे में...
मोनाल

जैसा कि सभी जानते हैं कि मोनाल नेपाल का राष्ट्रीय पक्षी एवं उत्तरांचल का राज्य पक्षी है. वैसे मनोल को हिमालय के मयूर नाम से भी प्रसिद्धी मिली है. यह उत्तरांचल ही नहीं अपितु विश्व के सुंदरतम पक्षियों में से एक है. मोनाल लगभग समूचे हिमालय में 2300-5000 मीटर की ऊंचाई पर घने वनों में पाया जाता है. नर का रंग नीला भूरा एवं सिर पर मोर जैसी एक कलगी होती है. मादा भूरे रंग की होती है. यह कंद-मूल, तने, फूल-फलों के बीज तथा कीड़े-मकोड़ों आदि का भोजन करता है. यह पक्षी समुदाय के "न्योआरनीयिस आर्डर वेलीफिर्यिस" उपवर्ग के "फंसीनिड़ी" परिवार का सदस्य है.
इसका वैज्ञानिक नाम - "लोफोफोरस इंपीजेनस" (Lophohporus Impejanus) है.
इसकी मुख्यत: चार प्रजातियां ' इपेलेस, स्केलेटरी, ल्यूरी तथा ल्येफोफोरसएन्स हैं, जो नेपाल व कश्मीर की बर्फीली पहाड़ियों, उत्तर पूर्व उसम की पहाड़ियों व उत्तरांचल राज्य की उच्च बर्फीली पहाड़ियों में पाई जाती हैं.
इसको स्थानीय भाषा में "मन्याल" व "मुन्याल" भी कहा जाता है।
आपका, शशिमोहन रावत "पहाड़ी भाई"

3 comments:

Shashi Mohan Rawat said...

blog shuru krne ke liye bdhai. bhut achhi jankari hai monal ke bare me. devbhumi ke bare me sari duniya ke log janna chahte hai,is disha me aapka blog mhtvpurn kdm sabit ho skta hai.
-sudhanshu dwivedi

Unknown said...

Dear Rawat Ji,

akpke dwara bhaja gai link say mudha jo site mili wakei ush say mai kaphi khush huwa, woo kakri, burashi ka bhul wo gaw ki khati waha.

Ok Sir all the best.........

Vinod Tiwari

Unknown said...

सशि भाई
नमस्ते
आज मोनाल को पढने का समाया मिला अभूत पूर्ब खुसी हुई आप का पहला लेख तो बहुत ही अच्छा है और जानकारी से भरपूर है

आपका बहुत बहुत धन्यवाद ||