तू मुझे याद करे और
मैं महसूस न करूं तो कहना.
मैं रोऊं, और
आंखें तेरी ना छलक जाएं तो कहना.
इतना चाहा है तुझको, कि लोग तुझे देखें,
और नजर मैं ना आऊं तो कहना.
प्यार का मेरे इम्तहान लेकर तो देख,
प्यार पर गुमान ना हो जाये तो कहना.
मुश्किल की घडी में पलकें झुका के तो देख,
मेरी तस्वीर तुझे नजर न आये तो फिर कहना.
कभी कहीं रुक कर तू इंतज़ार तो कर,
तू मुझे अपने सामने न पाए तो कहना.
तू मुझे याद करे, और
मैं महसूस न करूं तो कहना.
-
शशि मोहन
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