मेरे दुःख की कोई दवा ना करो
मुझको मुझ से अभी जुदा ना करो
नाखुदा को खुदा कहा है तो फिर
डूब जाओ, खुदा खुदा ना करो
ये सिखाया है दोस्ती ने हमें
दोस्त बनाकर कभी वफ़ा ना करो
इश्क है इश्क, ये मज़ाक नहीं
चंद लम्हों में फैसला ना करो
आशिकी हो या बंदगी 'फाकिर'
बे-दिल्ली से तो इबतिदा ना करो
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